दोस्तों आखिरकार सोनम रघुवंशी का पता लग
गया। उसे 8 जून की रात गाजीपुर के एक धाबे
से पकड़ लिया गया है। क्या सोनम रघुवंशी
ने अपने पति राजा रघुवंशी का मर्डर
करवाया? मर्डर करवाया तो पीछे इसके मोटिव
क्या? मर्डर करने वाले कौन थे? इन सारे
सवालों के जवाब अभी मिलने बाकी है। लेकिन
इतना जरूर तय है कि इस मामले में पूरे देश
को हिला कर रख दिया। मेघालय पुलिस ने तो
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह क्लियर कर
दिया कि सोनम ने ही सुपारी देकर अपने पति
का कत्ल करवाया। यह बात भी निकल कर आ रही
है कि सोनम का इंदौर के ही एक लड़के राज
कुशवाहा के साथ अफेयर था। इस मामले में अब
तक चार लोग अरेस्ट भी हो चुके हैं, लेकिन
पूरा देश इस वक्त यही पूछ रहा है कि अगर
सोनम का शादी से पहले अफेयर था भी, अगर
उसे राजा रघुवंशी से शादी नहीं भी करनी
थी, तब भी उसका मर्डर क्यों करवाया? खैर,
यह ऐसे सवाल है जिनके जवाब पुलिस कुछ
दिनों में ढूंढ लेगी। लेकिन सबसे पहले
आपको यह बताते हैं कि यह पूरा मामला आज
शुरू कैसे हुआ। तो दोस्तों, यह बात पिछले
साल 1 अक्टूबर की है। रामनवमी का दिन था
और रघुवंशी समाज का भंडारा था। इसी दिन
समाज के लोग शादी के योग्य लड़के लड़कियों
के नाम समाज के रजिस्टर में लिख देते।
सोनम की फैमिली वालों ने जब उस रजिस्टर
में राजा रघुवंशी की डिटेल्स पढ़ी तो
उन्हें लड़का अच्छा लगा। एक तो राजा का
काम भी अच्छा था। दूसरा वो इंदौर का ही
रहने वाला था। उसके बाद सोनम की मां का
राजा के घर फोन आया। वो लोग मिलने आए फिर
लड़का लड़की आपस में मिले और बात पक्की हो
गई। लेकिन शुरू में ही राजा ने एक ऐसी बात
नोट की जिसे उसके परिवार वाले अगर समझ
जाते तो राजा की जान बच भी सकती थी। राजा
ने एक दिन अपनी मां को बताया कि सोनम मुझ
में इंटरेस्ट नहीं ले रही है। राजा दरअसल
सोनम के साथ फिल्म देखने जाना चाहते थे।
सोनम ने इसके लिए मना कर दिया। राजा फोन
भी करता था तो सोनम उनसे बात नहीं करती
थी। राजा की मां ने इस बारे में सोनम से
पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं ऑफिस में
बिजी होती हूं इसलिए बात नहीं कर पाती।
लेकिन यह बात तब आई गई हो गई। फिर आया 10
मई का वो दिन। दोनों की शादी हो गई। दोनों
का परिवार खुश था। मगर यहां पर एक ट्विस्ट
आया। राजा शादी के बाद कश्मीर घूमने जाना
चाहता था। लेकिन पहलगाम हादसे के बाद वो
प्रोग्राम उसे टालना पड़ा। लेकिन तभी सोनम
ने बिना राजा से पूछे मेघालय की टिकट करा
दी। जब सोनम ने ऐसा किया तो राजा भी हैरान
हुआ। उसने अपनी मां को बताया कि सोनम ने
मेघालय की टिकट कराई। इसके बाद राजा को ना
चाहते हुए भी मेघालय जाना पड़ा। दोनों
पहले बेंगलुरु से कनेक्टिंग फ्लाइट लेकर
20 मई को गुवाहाटी पहुंचे। वहां मां
कामाख्या के दर्शन किए। फिर 22 मई को सुबह
गुवाहाटी से मेघालय निकल गए। शिलांग
पहुंचकर चेरापूंजी के पास एक होम स्टे में
चेक इन किया। उसी दिन स्कूटी लेकर आसपास
घूमने भी निकले और फिर आया 23 मई का दिन।
23 मई को सुबह 5:30 बजे इन्होंने अपने होम
स्टे या होटल कह लें उसे चेक आउट कर दिया।
ये देखकर होटल वाला भी हैरान था कि इतने
सुबह चेक आउट कौन करता है? फिर इसी दिन ये
लोग चेरापुंजी से 330 कि.मी. दूर एक
वॉटरफॉल देखने निकल गए। वो भी तब जब उस
जगह पर कर्फ्यू लगा हुआ था और जिस रास्ते
से यह गए वो बहुत ही टेढ़ा-मेढ़ा रास्ता था।
अब जिस दौरान ये लोग वॉटरफॉल के पास जा
रहे थे तभी सोनम की सास का भी फोन आया।
सोनम ने बताया कि हम एक वॉटरफॉल के पास गए
थे। यहां खड़ी चढ़ाई है। हम एक कैफे के
पास रुके थे। जिस दौरान यह बातचीत हुई तब
दोपहर के 1:30 बजे थे। इसके बाद दोपहर
2:00 बजे राजा के घर वालों ने फिर से फोन
किया लेकिन तब राजा का फोन स्विच्ड ऑफ हो
गया। सोनम से बात करने की कोशिश की मगर
उसका मोबाइल भी बंद था। दिन में दोबारा
बात करने की कोशिश की गई तब भी फोन नहीं
लगा। इस पर राजा के घर वालों को घबराहट तो
हुई लेकिन उन्हें लगा कि पहाड़ी इलाका है।
हो सकता है नेटवर्क ना आ रहा हो या उनका
मोबाइल स्विच ऑफ हो गया हो। इसलिए उस शाम
उन्होंने उतना पैनिकिक नहीं किया। फिर 24
मई का दिन आता है। राजा के परिवार वालों
ने फिर उन्हें कॉल किया। अब फिर से उनका
फोन नहीं लगा। अब इन लोगों को टेंशन हुई
और फिर उन्होंने राजा और सोनम द्वारा जो
उन्हें पिक्चर्स भेजी गई थी उसमें एक फोटो
में दोनों किराए की स्कूटी पर दिख रहे थे।
उस स्कूटी पर उसके ओनर का नंबर। राजा के
भाई ने उस पर कॉल किया तो स्कूटी वाले ने
बताया कि हां इन लोगों ने मुझसे स्कूटी ली
थी लेकिन ये अभी तक स्कूटी लेकर वापस नहीं
आई। यह सुनकर सोनम और राजा की फैमिली वाले
और घबरा गए। अगले दिन सोनम और राजा का भाई
फ्लाइट पकड़ कर गुवाहाटी के रास्ते शिलांग
आ गया।
राजा के भाई ने शुरू में बताया कि जब
उन्होंने शिलांग पुलिस से कंप्लेंट की तो
उन्होंने ज्यादा सीरियसली लिया नहीं। फिर
सोनम और राजा के घर वालों ने इंदौर
कमिश्नर से इसकी शिकायत की। फिर इंदौर
पुलिस ने मेघालय पुलिस से बात की। मामला
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी
तक भी पहुंचा। उसके बाद मामले में तेजी
आई। मेघालय पुलिस ने स्टेट डिजास्टर रिलीफ
फोर्स समेत इंटेलिजेंस की टीमों को सर्च
ऑपरेशन में लगाया। सबसे पहले इन्हें इन
लोगों की एक लावारिस स्कूटी की शिकायत
मिली। पता लगा कि यह वही स्कूटी है जो
सोनम और राजा ने रेंट पर ली थी। जांच आगे
बढ़ी तो पुलिस को एक बड़ा सुराग हाथ लगा।
एक लोकल गाइड ने बताया कि उन्होंने सोनम
और राजा को अपनी सर्विस ऑफर की थी। लेकिन
उन लोगों ने कोई और गाइड ले लिया। मगर तभी
गाइड ने एक ऐसी बात बताई जिसने सभी को
हिला कर रख दिया। गाइड ने बताया कि उन
दोनों के साथ तीन लोग और थे जो उनसे हिंदी
में बात कर रहे हैं। अब मेघालय जैसी जगह
पर तो कोई हिंदी बोलता नहीं। कोई लोकल
आदमी टूरिस्ट के साथ हिंदी में बात करता
है तो उसके डायल्ट से पता लग जाता है कि
वो लोकल है। लेकिन गाइड ने बताया कि नहीं
वो तीन लोग लोकल नहीं थे। फिर यह भी पता
लगा कि आखिरी बार जब सोनम अपने हस्बैंड
राजा के साथ वॉटरफॉल की तरफ जा रही थी,
तभी सोनम पीछे थी और वो तीन लोग राजा के
साथ आगे थे। अब यह बात भी हैरान करने वाली
है। जिस जगह वॉटरफॉल है उसे सेफ नहीं माना
जाता। यहां अक्सर बाहर से आने वाले लोगों
के साथ लूटपाट होती रहती। कुछ साल पहले तो
हंगरी से आए एक टूरिस्ट की भी मौत हो गई
थी। यह एरिया बाहरी लोगों के लिए इतना
अनसेफ है कि जब राजा और सोनम का भाई
उन्हें ढूंढते हुए इस जगह पर आए तो लोकल
लोगों ने कहा कि आप नाइट स्टे यहां पर मत
करो।
इसीलिए बड़ा सवाल यह है कि वो तीन अनजान
लोग अचानक ऐसी जगह पर राजा और सोनम के साथ
आने के लिए तैयार कैसे हो गए? लेकिन अब भी
पुलिस के हाथ ज्यादा कुछ लगा नहीं। तभी
जांच के दौरान 27 मई को दो बैग पहाड़ी
इलाके में मिले। यह बैग उस जगह से काफी
दूर थे जहां इन दोनों की स्कूटी लावारिस
हालत में मिली थी। फिर तीन-चार दिन भारी
बारिश के कारण सर्च ऑपरेशन को बार-बार
रोकना पड़ा। फिर आया दोस्तों 2 जून का
दिन। पुलिस और रेस्क्यू टीमें सोनम और
राजा से जुड़ा सुराग ढूंढने में लगी थी।
तभी रेस्क्यू टीम को एक पहाड़ी के नीचे
खाई में कुछ दिखाई दिया। टीम वहां पहुंची
तो वो एक आदमी की डेड बॉडी पड़ी थी। मगर
वो इतनी खराब हालत में थी कि उसे पहचानना
मुश्किल था। बॉडी को अस्पताल लाया गया।
तभी राजा के भाई को उस शव की पहचान करने
के लिए बोला गया। बॉडी इतनी खराब हो चुकी
थी कि चेहरे को देखकर कुछ भी बता पाना
पॉसिबल नहीं था। तभी राजा के भाई की नजर
उस बॉडी की कलाई पर पड़ी। वहां पर एक टैटू
गुदा हुआ था। उस पर राजा का नाम था। वो
टैटू देखते ही राजा का भाई रोने लगा।
कंफर्म हो गया कि यह लाश राजा की। फिर दो
दिन में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी आ गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया कि यह
हादसा नहीं था बल्कि किसी ने तेज हथियार
से राजा का मर्डर किया है। पुलिस को पता
लगा कि पेड़ काटने वाले हथियार से राजा की
हत्या की गई। 4 जून को राजा की बॉडी इंदौर
लाई गई। लेकिन बड़ा सवाल यह था कि सोनम
कहां थी? तरह-तरह के सवाल पूछे जा रहे थे।
शक हो रहा था कि क्या सोनम की भी हत्या कर
दी गई है? क्या सोनम को किसी गैंग ने
बेचकर उसे बांग्लादेश भेज दिया है? या
सोनम ही अपने पति राजा के मर्डर में शामिल
है और वहां से भाग गई। लेकिन अपने ही पति
की मर्डर वाली बात एक ऐसी बात थी जो कोई
भी बोलने की हिम्मत नहीं कर रहा था।
क्योंकि कोई पत्नी आखिर क्यों शादी के तीन
हफ्ते में ही अपने पति की हत्या करवा
देगी। लेकिन सोनम से जुड़ा कोई सुराग ना
मिलने से सस्पेंस लगातार बना हुआ है। इस
बीच मेघालय पुलिस और उनकी टीमें लगातार
अपनी जांच में लगी हुई थी। मेघालय पुलिस
को अपनी जांच में पता लगा कि सोनम के पास
एक नंबर और था और मोबाइल टावर और कॉल
डिटेल से पता लगा कि उसी लोकेशन से इंदौर
फोन किए गए। यह अपने आप में एक बड़ा सबूत
था। इसके बाद मेघालय पुलिस ने एमपी और
यूपी की पुलिस के साथ मिलकर दोनों ही
स्टेट में अलग-अलग जगह छापेमारी करके चार
लोगों को पकड़ लिया। इनमें राज कुशवाहा और
विशाल चौहान को इंदौर से पकड़ा गया। आकाश
राजपूत को इंदौर के पास से और आनंद कुर्मी
को बीना से गिरफ्तार कर लिया
गया। फिर 8 जून की रात यूपी के गाजीपुर
में एक लड़की बदहवास हालत में मिली। उसने
काले रंग की टीशर्ट और लोअर पहन रखी थी।
उसके बाल बिखरे हुए थे। चेहरा देखकर लग
रहा था कि वह कई दिनों से सोई नहीं थी।
तभी उस लड़की ने ढाबे वाले लड़के को कहा
कि भैया क्या मुझे आपका फोन मिलेगा? मुझे
अपने घर वालों से बात करनी है। ढाबे वाले
ने लड़की को अपना फोन दे दिया। फोन पर बात
करते ही लड़की रोने लगी। तब तक किसी को
नहीं पता था कि ये लड़की कौन है। उस वक्त
ढाबे पर कुछ महिलाओं ने उस लड़की को पहचान
भी लिया था। लेकिन कोई यह समझ ही नहीं पा
रहा था कि वो सोनम रघुवंशी हो सकती है।
क्योंकि गाजीपुर से मेघालय 1100 कि.मी.
दूर है। भाई से बात करने के बाद सोनम वहां
एक चारपाई पर बैठकर रोने लगी। तभी जिस फोन
से सोनम ने अपने भाई को कॉल किया था उसी
नंबर पर सोनम के भाई का कॉल आया। उसने
ढाबे वाले को कहा कि तुम फौरन पुलिस को
कॉल करो। ढाबे वाले ने पुलिस को फोन किया।
सोनम ने अपनी पहचान बताई तो पुलिस को फौरन
समझ में आ गया कि यह वही लड़की है। इसके
बाद पुलिस सोनम को अपने साथ ले गई। सोनम
की गिरफ्तारी के बाद जहां राजा का भाई
खुलकर यह बोल रहा है कि सोनम ही मेरे भाई
की कातिल हो सकती है वहीं सोनम के फादर का
कहना है कि यह एक साजिश है। मेघालय पुलिस
उनकी बेटी को फंसाने की कोशिश कर रही है।
वो इस मामले में सीबीआई जांच की बात कर
रहे हैं। क्या प्रूफ है उनके पास जो भाड़े
के हत्यारे सोनम लेके जाएगी और क्यों
जाएगी? उसका भी तो कुछ कारण होना चाहिए
ना।
सोनम की गिरफ्तारी के बाद सवाल यह है कि
आखिर हुआ क्या होगा? मेघालय पुलिस ने तो
क्लियरली बोल दिया है कि सोनम ने ही भाड़े
के हत्यारों से अपने पति का कत्ल करवाया
है। तो अब तक तो यही लगता है कि हां ऐसा
हो सकता है क्योंकि राजा रघुवंशी अगर 23
मई को गायब हो गए थे और यह मान भी ले कि
उनकी पत्नी सोनम को पता नहीं चला कि वो
कहां गए तो सोनम उसी दिन मेघालय पुलिस को
इसकी शिकायत कर सकती थी। अगर वो 8 जून की
रात किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को कॉल
कर सकती थी तो यही काम वो पहले भी कर सकती
थी। 17 दिनों तक ऐसा क्यों नहीं हुआ? उसने
किसी को कॉल क्यों नहीं किया? यह कई
इंपॉर्टेंट सवाल है। दूसरा सवाल, हत्या के
शक में जो लोग भी पकड़े गए हैं वह सभी के
सभी इंदौर के हैं। पकड़े गए लोगों में एक
राज कुशवाहा सोनम रघुवंशी का दोस्त भी
बताया जा रहा है। क्या यह भी इत्तेफाक है?
ऊपर से सोनम का शादी से पहले राजा में
इंटरेस्ट ना लेना, बिना राजा से पूछे ही
मेघालय की टिकट कटा देना, फिर मेघालय में
भी एक ऐसी जगह घूमने ले जाना जो बाहरी
टूरिस्ट के लिए सेफ नहीं है। यह सारी
बातें बहुत ज्यादा शक पैदा करती है।
लेकिन एक बात जो हर किसी को हैरान कर रही
है कि भाई अगर सोनम का कहीं अफेयर था भी
और वह शादी के लिए तैयार नहीं भी थी तब भी
उसे अपने पति का मर्डर करवाने की क्या
जरूरत थी? अगर आपको शादी से प्रॉब्लम है
तो आप घर से चले जाएं। अपने पति से खुलकर
बोल दें और अगर आपको जबरन शादी से कोई
नाराजगी है तो उसका गुस्सा अपने पति पर
क्यों निकाल रहे हो? उस बेचारे ने क्या
बिगाड़ा था? आप सोच कर देखिए एक सीधा साधा
लड़का जो अपने मां-बाप के कहने पर बिरादरी
में शादी करता है। फिर वाइफ जहां घूमने के
लिए कहती है वहां चला भी जाता है। हनीमून
पर घूमने के दौरान कुछ लोग उस पर हमला
करके उसे मार देते हैं। और उस बेचारे को
यह पता तक नहीं चलता कि उसकी किससे क्या
दुश्मनी थी। और ऐसे एक नहीं आजकल दर्जनों
ऐसे केस हो रहे हैं जहां लड़कियां भी
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या शादी से पहले
अफेयर के चलते अपने हस्बैंड का कत्ल करवा
देती है। इसी तरह का एक मामला इसी साल
मार्च में मेरठ से आया था। जब मुस्कान नाम
की एक लड़की ने अपने पति सौरभ का मर्डर
करवाकर उसकी लाश नीले ड्रम में भरवा दी
थी। उससे पहले मार्च में ही यूपी के औरैया
में प्रगति यादव नाम की एक लड़की ने अपने
बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर शादी के कुछ दिन
बाद अपने पति दिलीप की हत्या करवा दी थी।
यह सारी खबरें हिला देने वाली हैं।
दोस्तों, हम बिल्कुल यह दावा नहीं करते कि
सोनम रघुवंशी मामले में उन्होंने ही अपने
पति की हत्या करवाई हो। लेकिन
सरकमस्टैंशियल एविडेंस और एक्सपर्ट्स का
ओपिनियन यही है कि मोस्ट लाइकली वो ही इस
मामले में चीफ कॉनंस्पिरेटर हो सकती है।
और अगर ऐसा ही निकला तो ये बहुत ही डराने
वाली बात है। सच में बात सोचने वाली है कि
आज का यूथ किस तरह सोच रहा है। आप जिससे
प्यार नहीं करते अगर वो आपको नहीं मिलता
तो आप उस आदमी को मरवा दे रहे हैं जिसका
आपसे कोई लेना देना नहीं है। दूसरी बात जो
मुझे हैरान करती है कि जो लड़कियां इतनी
दबंग है कि अपने प्यार के लिए शादी के बाद
अपने पति का कत्ल तक करवा दे रही। यही
लड़कियां शादी से पहले इतनी हिम्मत क्यों
नहीं दिखाती? शादी से पहले मां-बाप को यह
क्यों नहीं बोल देती कि मुझे कोई और लड़का
पसंद है। मैं इससे शादी नहीं करूंगी। मतलब
मां-बाप के सामने तो आप खुद इतना हेल्पलेस
फील करते हो कि मजबूरी में शादी कर लेते
हो। और अंदर ही अंदर इतना गुस्सा और जहर
भरा होता है कि एक मासूम आदमी का कत्ल तक
करने से पीछे नहीं हटते। मुझे नहीं पता यह
कैसी सोच है। मगर इस सोच ने आज हजारों
लाखों लोगों को डरा दिया।
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