Meghalaya Honeymoon Murder wife Sonam Surrender

ह है मध्य प्रदेश का इंदौर। यह है
मेघालय। दोनों के बीच लगभग 3000 कि.मी. का
फासला है। सोनम रघुवंशी की इंदौर में 11
मई को शादी होती है। शादी के 9 दिन के बाद
वो हनीमून का प्लान बनाती है। टिकट बुक्स
करती है, तैयारियां करती हैं और 20 मई को
वो अपने पति राजा रघुवंशी के साथ मेघालय
चली जाती है। मेघालय में घूमने के लिए एक
स्कूटर किराए पर बुक किया जाता है। 22 मई
को दोनों यह वाले खूबसूरत मावलख्यात गांव
में पहुंचते हैं। इस गांव से दोनों
नौगरीयाट गांव के बेहद फेमस यह वाला
लिविंग रूट ब्रिज यह देखने के लिए निकल
जाते हैं। यह ब्रिज पेड़ों की जड़ों से
गुथ गुथ कर यहां की जो खासी कम्युनिटी है
उसके लोगों ने बनाया है। यहां जाने के लिए
टिकट लेना पड़ता है। करीब 3000 सीढ़ियां
चलनी पड़ती हैं। दोनों पेड़ की जड़ों वाला
ब्रिज देखते हैं। ब्रिज देखने के बाद वह
वहीं के एक होम स्टे में रुक जाते हैं।
रात बिताते हैं। रात गुजर जाती है। 23
तारीख की सुबह होती है। दोनों सुबह-सुबह
होम स्टे से निकल जाते हैं। 23 तारीख के
बाद दोनों को किसी ने भी नहीं देखा। 2 जून
को राजा रघुवंशी की लाश गहरी खाई से बरामद
होती है। हाथ पर छपे एक टैटू से राजा
रघुवंशी की पहचान होती है। सोनम गायब हो
जाती हैं। 23 तारीख के बाद वह सीधा 16 दिन
के बाद 8 जून को मेघालय और इंदौर के बीच
पड़ने वाले गाजीपुर के एक ढाबे के बाहर
मिलती हैं। शादी, हनीमून और मर्डर की इस
सनसनीखेज कहानी को जिसने भी सुना, उसके
रोंगटे खड़े हो गए। सिंदूर, विवाह और सात
फेरों से सबका भरोसा उठ गया। क्या हुआ था
हनीमून पर? क्यों सोनम बेवफा हो गई? कैसे
सोनम ने अपने ही पति की हत्या करवाने के
लिए सुपारी दे दी? कैसे बांग्लादेश के
बॉर्डर पर पति का काम तमाम करने की साजिश
रची गई?। नमस्कार  सोनम का पति पेशे से ट्रांसपोर्ट
कारोबारी था। परिवार वालों के मुताबिक
सोनम और राजा की अरेंज मैरिज हुई थी। राजा
हनीमून पर नहीं जाना चाहता था। सोनम ने
हनीमून के लिए टिकट्स बुक किए। सारी
तैयारियां करी। लिहाजा पत्नी के साथ
मेघालय राजा को जाना पड़ा। राजा और सोनम
दोनों अकेले मेघालय नहीं गए। उनके साथ
परछाई बनकर चल रहे थे चार सुपारी किलर।
सोनम राजा को मध्य प्रदेश से बहुत दूर
मेघालय लेकर के जाती हैं। मेघालय में भी
खासी समुदाय के उस इलाके में लेकर के जाया
जाता है जो पहले से ही क्राइम के लिए
बदनाम है। खासकर कपल्स के लिए क्योंकि यह
इलाका बांग्लादेश से बॉर्डर शेयर करता है
और कहा जाता है कि यहां से लड़कियों के
गायब होने की कई घटनाएं रिपोर्ट की गई
हैं। कहते हैं कि कोई गिरोह है जो यहां से
लड़कियों को उठाकर बांग्लादेश में बेचता
है। 22 तारीख को एक गाइड बुक किया जाता
है। सोनम पति राजा के साथ गाइड को लेकर के
लिविंग रूट ब्रिज देखने के लिए निकल पड़ती
है। चार सुपारी किलर्स भी साथ में चल
पड़ते हैं। पति राजा इस बात से अनजान था।
उसे लगा होगा कि ये चार लोग जो आगे-आगे चल
रहे हैं वो भी टूरिस्ट होंगे। चारों हिंदी
में बातचीत कर रहे थे। क्या बातचीत कर रहे
थे? गाइड को वो समझ में नहीं आ रहा था।
गाइड दोनों को 3,000 सीढ़ियां चलाने के
बाद जो डबल डेकर ब्रिज है या फिर जिसे
लिविंग रूट ब्रिज कहा जाता है, वहां पर ले
जाता है और वह दिखाता है। फिर होम स्टे
में राजा और सोनम आराम करते हैं। घर वालों
को बेटे और बहू की बहुत फिक्र होती है।
सास सोनम को घर से कॉल करके चिंता जताती
हैं। सुनिए वो फोन कॉल। हेलो हेलो।
हां मैम। दादा का फोन चालू नहीं हुआ अभी?
अभी नहीं हुआ। बस हम चढ़ाई कर रहे हैं। हम
ऊपर चढ़ जाए फिर फ़ लगाते हैं। और आज तो
उपवास होगा। फिर मेरा तो उपवास है ना।
मेरे को दो तीन बार बोल दिया। मैंने मैं
घूमने के चक्कर में अपनी गारस थोड़ी
तोडूंगी। वही तो कह रही मैं अभी खरियार
बना रही तो मेरे को एकदम से याद आ गई। आज
तो मेरे बहू का उपवास है वहां पे। हां।
खिचड़ी। मम्मी का सुबह फ़ आ गया था। हम कि
उपवास तो मैं नहा। हां। तो कहीं दूध,
लस्सी जो भी मिल रहा हो उपवास का सामान वो
खा लो। अब पहले ऊपर तो चलो जंगल में है।
यहां क्या कुछ मिलेगा? बाप रे मैंने कहा
थी एक ड्राइव रख के ले जाओ। तो बोले हां
उपजा करेंगे हम दो-द हैं। दोद दोद दोद ये
जंगल है पता है घोर जंगल है। एकदम खड़ी
चढ़ाई है। चढ़ना मतलब उतरना भी खड़ा ही है
और चढ़ना भी खड़ा ही है। तो वहां ऊपर
देखने के लिए क्या गए?
वो अंदर वो पहाड़ के अंदर है। मना कर रही
थी मैंने तो सुनते ही नहीं है। हां चलो।
वही तो कह रही वहां क्या देखने पहुंच गए
तुम? ये नीचे से देख लेते। दोनों देखने गए
थे।
वाला हां नीचे से तो हालत खराब हो गई तो
फिर से कुछ नहीं हुआ वही तो कह रही है अब
मैंने तो खाना भी ढंग का नहीं है कॉफी
बुलवाई तो आधा मग दूध होगा और उसमें है ना
दो गिलास पानी में और कॉफी डाल के दे दी
मैंने बोला घर से रखते रख के ले जाओ
रास्ता में है ना कुछ नहीं जरूरत पड़ेगी
नहीं ले गए दोनों के दोनों ठीक है ऐसा लगा
कि पता नहीं क्या पी रहा है तो मैंने तो
फेंक दी उसको तुरंत वहां तो ऐसे ही खाने
के नाम पे कुछ भी नहीं है वहां पे। हां
नहीं मिल रहा होगा। है ना? सांस फूल रहे।
हां फूल रहे तो लगाती हूं ऊपर पहुंच के।
कोई दिक्कत नहीं। लग गया ना बहुत बस।
खूब पहाड़ पे जंगल में। सास को क्या मालूम
था कि सोनम की भूख सिर्फ खाने से नहीं
बुझने वाली थी। 22 तारीख की रात गुजर जाती
है। आती है 23 तारीख। वो तारीख जिस तारीख
को पति राजा गायब हो जाता है। 23 मई के
बाद 2 जून को राजा की लाश एक गहरी खाई में
मिलती है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में
राजा रघुवंशी के सिर पर दो वार करके हत्या
की गई यह दिखाया गया है। पुलिस के मुताबिक
यह पूरा मामला पतिप और वो वाला था। सोनम
के पिता की प्लाई फैक्ट्री है। मीडिया
रिपोर्ट्स के मुताबिक उस प्लाई फैक्ट्री
में काम करने वाला एक लड़का राज कुशवाहा
सोनम से प्यार करता था। अब तक जो खबरें आ
रही हैं उनके मुताबिक राज कुशवाहा ने सोनम
की जिंदगी से उसके पति राजा को हमेशा
हमेशा के लिए हटा देने के लिए चार सुपारी
किलर्स बुक किए। हत्या की जगह ऐसी जगह को
चुना गया जहां पर लोगों को शक भी ना हो।
अब बात आती है सोनम की। सोनम का कहना है
कि जब मेघालय से मैं सीढ़ियों से उतर रही
थी तो बदमाश लूटपाट करने लगे। मेरे पति
उनसे लड़ने लग गए। मुझे अगवा कर लिया गया।
मुझे कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया।
उसके बाद मुझे गाजीपुर छोड़ दिया गया।
सोनम के बयानों में कई सारे लूप होल्स हैं
दोस्तों। सोचिए जो बदमाश पति को मार सकते
हैं उसकी हत्या कर सकते हैं। वो सोनम को
गाजीपुर क्यों छोड़ने आएंगे? दूसरी तरफ
उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि जब राज
कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया तो 16 दिन
के बाद 16 दिन तक गायब रही सोनम घबरा कर
सामने आ गई। मेघालय पुलिस ने सोनम को ही
मास्टरमाइंड करार दिया है। जिसने
बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर के अपने पति की
हत्या को अंजाम दिया। मेघालय जाने का पूरा
प्लान सोनम ने ही बनाया था। सोनम का जो
प्रेमी बताया जा रहा है वो राज कुशवाहा
गिरफ्तार किया जा चुका है। सबसे खास बात
यह है दोस्तों कि किसी भी सुपारी किलर को
मेघालय से नहीं पकड़ा गया। सब मध्य प्रदेश
और उत्तर प्रदेश से पकड़े गए। कथित प्रेमी
जो राज कुशवाहा नाम का लड़का है उसे इंदौर
से पकड़ा गया। कथित सुपारी किलर विशाल
चौहान इंदौर से पकड़ा गया। एक और तीसरा
आरोपी आकाश राजपूत इंदौर के पास से पकड़ा
गया और चौथा आरोपी आनंद बिना के बासाहारी
गांव से पकड़ा गया और जो पांचवा आरोपी है
आकाश लोधी वो ललितपुर के दिगवार गांव से
पकड़ा गया। दोस्तों पुलिस के मुताबिक हर
साजिश की सूत्रधार जो है वो सोनम ही है।
मियां बीवी और वो के चक्कर में 10 दिन की
शादी में ही पति की मौत का खेल रच दिया
गया। हनीमून को हत्या में बदल दिया गया। न
जाने समाज को क्या हो गया है। कहीं
पत्नियां अपने पति को नीले ड्रम में भर
रही हैं। कहीं मेघालय में मर्डर करवाए जा
रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे पुरुष प्रधान
समाज में लड़कियां क्राइम के रास्ते पर
आगे चल पड़ी हैं। 

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